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10 फीट ऊँचे और 20 फीट लंबे इस समकोणीय त्रिकोणीय केसरिया ध्वज पर तेजस्वी सूर्य, ‘ॐ’ और कोविदार वृक्ष का अंकन है, जो भगवान राम के पराक्रम और आध्यात्मिक वैभव का प्रतिनिधित्व करता है।
ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,
“आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और निर्णायक क्षण की साक्षी बन रही है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज का यह आरोहण अद्वितीय और अलौकिक है। सियावर रामचंद्र की जय!”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर को 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान और आत्मगौरव से जोड़ते हुए कहा,
“यह पावन दिन उन संतों, वीरों और भक्तों के संघर्ष को समर्पित है, जिन्होंने श्री राम मंदिर आंदोलन में अपना जीवन अर्पित किया। विवाह पंचमी का दिव्य संयोग इस पर्व को और पवित्र बना रहा है।”
उन्होंने आगे कहा,
“धर्म ध्वज का आरोहण यह घोषणा है कि धर्म का प्रकाश अमर है और रामराज्य के मूल्य कालातीत हैं। यह ध्वज धर्म, मर्यादा, सत्य, न्याय और राष्ट्रीय धर्म का प्रतीक है। विकसित भारत की संकल्पना इसी में निहित है। आज हम एक ऐसे न्यू इंडिया को देख रहे हैं जहाँ विकास और विरासत का अद्भुत संगम है, जो देश को नई ऊँचाइयों की ओर ले जा रहा है।”
यह आयोजन अयोध्या में राम मंदिर के पूर्ण स्वरूप के उद्घाटन के बाद एक और ऐतिहासिक क्षण के रूप में दर्ज हो गया है।
