जब साधना बने घोषणा राजगुरु जी की भूसमाधि ने बढ़ाई उत्सुकता

दत्तात्रेय जयंती समारोह में गुरुकुल, मंदिर विस्तार और जनसेवा आधारित योजनाओं की दिशा स्पष्ट



इंदौर। 
पिपलिया लोहार, शिवनगर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर और खेड़ापति आश्रम परिसर में दत्तात्रेय जयंती का आयोजन गुरुवार को श्रद्धा, सेवा और सामाजिक संवाद का प्रभावी मंच साबित हुआ। सुबह से भक्तों का आना जारी रहा और दोपहर तक परिसर भक्ति गीतों, नामस्मरण और आध्यात्मिक चर्चा से गूंजता रहा। श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर हनुमंत साधक राजगुरु जी महाराज की उपस्थिति में आयोजित यह उत्सव आध्यात्मिकता के साथ सामाजिक संकल्पों की ओर बढ़ने का संदेश देता दिखाई दिया।

अप्रैल 2026 की भूसमाधि ने उत्सुकता बढ़ाई
समारोह में राजगुरु जी महाराज ने घोषणा की कि वे 10 अप्रैल 2026 से तीन दिवसीय भूसमाधि लेंगे। उन्होंने कहा कि भूसमाधि केवल तप या व्यक्तिगत साधना का चरण नहीं, बल्कि लोकहित में नई दिशा देने का संकल्प है। इस अवधि में सात दिवसीय रामकथा, सतत भंडारा और आध्यात्मिक प्रवचन आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका उद्देश्य समाज को आध्यात्मिक अनुशासन, धैर्य और सेवा की ओर प्रेरित करना है। इसके साथ ही उन्होंने भव्य हनुमान मंदिर विस्तार, घाट निर्माण और गुरुकुल की स्थापना जैसी योजनाओं का उल्लेख किया, जिनकी तैयारियाँ कार्यक्रम के पूर्व निर्धारित समय से शुरू हो जाएंगी।
पत्रकारिता के सरोकारों का सम्मान
कार्यक्रम में इंदौर प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित अध्यक्ष दीपक कर्दम और उनकी टीम का सम्मान किया गया। वक्ताओं ने कहा कि पत्रकारिता आज केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि समाज के उत्तरदायित्वों का आईना है। दीपक कर्दम की सहज कार्यशैली और जनसरोकार को प्राथमिकता देने के लिए उनकी सराहना की गई। मंच से यह संदेश भी दिया गया कि समाज और मीडिया संवाद में टकराव नहीं बल्कि सहयोग ही सही रास्ता है।


भंडारे में उमड़ा जनसैलाब
दोपहर तक आयोजित विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। स्वयंसेवकों के सतत सहयोग ने प्रबंधन को सुचारू बनाए रखा। क्षेत्र के अनेक गणमान्यजन, सामाजिक संगठन, मठ-मंदिरों के संत, पत्रकार और ग्रामीण प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अतिथियों का स्वागत बीडी तिवारी और संजय अग्रवाल ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन विजय पाटीदार द्वारा किया गया।
यह समारोह संकट मोचन हनुमान मंदिर एवं खेड़ापति आश्रम समिति और विश्वगुरु समाचार पत्र परिवार के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ। कार्यक्रमों और घोषणाओं ने यह संकेत दिए कि आगामी वर्षों में पिपलिया लोहार का यह आश्रम आध्यात्मिक गतिविधियों और सामाजिक पहलों का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है।